कोलंबो: भारत और श्रीलंका के बीच वनडे सीरीज का पहला मुकाबला टाई पर खत्म हुआ। पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका ने 230 रन बनाए। भारतीय टीम ने स्कोर 8 विकेट पर 230 रन था। 15 गेंद पर एक रनों की जरूरत थी लेकिन श्रीलंकाई कप्तान चरिथ असलंका ने कमाल कर दिया। उन्होंने पहले शिवम दुबे और फिर नंबर 11 के बल्लेबाज अर्शदीप सिंह को एलबीडब्ल्यू किया। इससे मैच टाई पर खत्म हो गया।
सुंदर को ऊपर भेजना नहीं हुआ सफल
भारतीय टीम ने शुभमन गिल और रोहित शर्मा के आउट होने के बाद चौथे नंबर पर वॉशिंगटन सुंदर को भेजा। सुंदर को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करने का अनुभव है। इसके बाद भी वह असफल रहे। 4 गेंद पर 5 रन बनाकर वह आउट हो गए। उन्हें अकिला धनंजया ने आउट किया। 87 रन पर 3 विकेट होने से टीम इंडिया दबाव में आ गई। सुंदर को नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए भेजने का फैसला पूरी तरह फेल रहा।
अक्षर ज्यादा बेहतर विकल्प होते
भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में अक्षर पटेल भी थे। टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल जैसे मैच में अक्षर पटेल को बल्लेबाजी के लिए ऊपर भेजा गया था। वह सफल भी हुए थे। उन्हें नंबर-4 पर भेजा जाता तो मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था। अक्षर नंबर-7 पर बल्लेबाजी करने उतरे। उस समय टीम ने 132 रन पर 5 विकेट खो दिए थे। यहां से उन्होंने पारी संभाली। रोहित शर्मा के बाद अक्षर ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 33 रन बना। कम दबाव में वह बैटिंग करने आते तो और बेहतर खेल पाते।
पिच में स्पिनर्स के लिए थी मदद
आर प्रेमदासा स्टेडियम की पिच में स्पिन गेंदबाजों के लिए काफी मदद थी। अक्षर का स्पिन के खिलाफ रिकॉर्ड भी शानदार है। भारत में उन्होंने टेस्ट मैचों में बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया है। स्पिन की मददगार मुश्किल विकेट पर भी इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले घरेलू सीरीज में उनका बल्ला खूब बोला था। टेस्ट में उनका बल्लेबाजी औसत 35 से ज्यादा का है। अपने सभी 14 टेस्ट अक्षर ने एशिया में ही खेले हैं।